गुटखा माफिया पर कार्रवाई या सिर्फ दिखावा?
अकोला में एक बार फिर वही कहानी, वही अंदाज... खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग और रामदास पेठ पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में करीब 9 लाख 42 हजार रुपये का प्रतिबंधित गुटखा जब्त किया गया। गुप्त सूचना के आधार पर जब रामदास पेठ क्षेत्र के एक गोदाम पर छापा मारा गया, तो वहां गुटखे का बड़ा जखीरा मिला। नतीजा? विवेक तिवारी और नितिन अग्रवाल नाम के दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पर असली सवाल यह है कि यह कार्रवाई किस हद तक असरदार है? छोटे व्यापारी पकड़ में आ गए, मगर बड़ी मछलियां अब भी खुलेआम तैर रही हैं। शहर में प्रतिबंधित गुटखा खुलेआम बिकता है, हर नुक्कड़-चौराहे पर उपलब्ध है, मगर कार्रवाई सिर्फ उन्हीं पर होती है, जिनके हाथ में गुटखे का बोरा दिख जाए। आखिर ये माल आता कहां से है? इसकी जड़ें कहां तक फैली हैं?
ये सिर्फ 9 लाख का माल नहीं, बल्कि उस सिस्टम की एक झलक है, जो नियमों को ताक पर रखकर चलता है। सवाल यही है – अगला नंबर किसका होगा? और क्या कभी असली खेल के खिलाड़ी भी इस कार्रवाई के घेरे में आएंगे?