वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ जंतर-मंतर पर मुस्लिम संगठनों का प्रदर्शन
दिल्ली: 17 मार्च 2025 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए। AIMPLB का कहना है कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय की संपत्तियों पर कब्जा करने का मार्ग प्रशस्त करेगा और यह मुसलमानों पर प्रत्यक्ष हमला है।
AIMPLB के महासचिव फजलुर रहीम मुजद्दिदी ने कहा कि बोर्ड ने सभी लोकतांत्रिक तरीकों से सरकार को समझाने की कोशिश की, लेकिन उनकी चिंताओं पर ध्यान नहीं दिया गया। ओवैसी ने विधेयक को असंवैधानिक बताते हुए कहा कि यह वक्फ संपत्तियों को बचाने के लिए नहीं, बल्कि उन्हें खत्म करने के लिए है। उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस विधेयक का समर्थन न करने की अपील की।
प्रदर्शन के दौरान AIMPLB के उपाध्यक्ष उबैदुल्ला आज़मी ने कहा कि अगर इस विधेयक को वापस नहीं लिया गया, तो पूरे देश के मुसलमान हर प्रकार की कुर्बानी देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने के लिए कानून बना रहा है, जो मुसलमानों के अधिकारों के खिलाफ है।
वहीं, भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने AIMPLB के विरोध प्रदर्शन को राजनीतिक बताते हुए कहा कि वक्फ के नाम पर मुस्लिम नागरिकों को भड़काने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के पास असीमित शक्तियां नहीं होनी चाहिए और इस विधेयक से पारदर्शिता आएगी।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने संयुक्त संसदीय समिति (JPC) द्वारा सुझाए गए बदलावों को शामिल करने के बाद वक्फ (संशोधन) विधेयक में प्रस्तावित संशोधनों को मंजूरी दे दी है। अब यह विधेयक संसद के बजट सत्र के दूसरे भाग में पेश किया जा सकता है।