प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2025 के लिए आवेदन आमंत्रित: बच्चों के सपनों को मिलेगी नई उड़ान !
देश के होनहार नौनिहालों के लिए एक बड़ी खबर आई है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2025' के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा कर दी है। सरकार चाहती है कि देश के असाधारण प्रतिभाशाली बच्चे अपनी उपलब्धियों को पहचान दिलाएं। लेकिन सवाल ये है कि क्या यह प्रक्रिया वास्तव में उन तक पहुंचेगी, जिनके पास न तो इंटरनेट है और न ही संसाधन?
1 अप्रैल 2025 से इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल (https://awards.gov.in) पर किए जा सकते हैं। 5 से 18 वर्ष के बीच के वे बच्चे, जिन्होंने किसी भी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है, इस पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। इनमें बहादुरी, खेल, समाज सेवा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण तथा कला एवं संस्कृति जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
लेकिन यह सवाल भी खड़ा होता है कि कितने बच्चे इस प्रक्रिया से परिचित हैं? ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले होनहार बच्चे, जिनके पास इंटरनेट नहीं है, वे कैसे आवेदन करेंगे? क्या सरकार उनके लिए कोई विशेष व्यवस्था करेगी?
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2025 तय की है। यानी बच्चों के पास आवेदन के लिए सिर्फ चार महीने होंगे। लेकिन क्या इन चार महीनों में देश के कोने-कोने तक इस खबर को पहुंचाने की कोई ठोस योजना है?
हर साल यह पुरस्कार उन बच्चों को दिया जाता है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं। लेकिन असली सवाल यह है कि क्या देश के हर बच्चे को यह अवसर मिल पा रहा है, या फिर यह सिर्फ उन्हीं तक सीमित रह जाता है, जिनके पास पहले से ही संसाधन मौजूद हैं?
सरकार ने मंच तो तैयार कर दिया है, अब देखना यह है कि देश के होनहार बच्चे इस मौके को कितना भुना पाते हैं। अधिक जानकारी के लिए (https://awards.gov.in) वेबसाइट पर जाया जा सकता है।
आपकी खबर अब रविश कुमार के अंदाज में तैयार है—जमीनी हकीकत से जुड़े सवालों के साथ। कोई बदलाव या अतिरिक्त जोड़ना चाहें तो बता सकते हैं!